भावनाओ पर नियंत्रण करने वाला अनाहत चक्र को हार्ट चक्र भी कहा जाता है। ये हृदय के निकट स्थित होता है और यह प्रेम, सहानुभूति, और समर्पण के साथ जुड़ा होता है। इसे उदान चक्र भी कहा जाता है और ये वायु तत्व अत्यधिक प्रभावित करता है।
अन्य नाम: अनाहत चक्र को अनाहता, वायुमण्डल, और ह्रदयाकाश भी कहा जाता है।
रंग: अनाहत चक्र का रंग हरा होता है, जो प्रेम और उपासना का प्रतीक है।
मंत्र: अनाहत चक्र का बीज मंत्र ॥यं॥ “hamm or hang” है। इस मंत्र का जाप इस चक्र को जाग्रत करने में मदद करता है।
अनाहत चक्र लाभ:
- मन भावना पर नियंत्रण
- हृदय की सुरक्षा
- प्रेम, सहानुभूति, और उदारता की भावना
- स्वस्थ ह्रदय और स्वस्थ मन की क्षमता
- संतुलित और सही विचारों की क्षमता
- स्वस्थ और सही निर्णय लेने की क्षमता
- प्रेम और संबंधों में स्थिरता की भावना
- मानवता और सहानुभूति की भावना
- स्वस्थ मनोवृत्ति और चित्तशुद्धि की क्षमता
- उदारता और सहानुभूति की भावना
- सुसंवाद और संगठनशीलता की क्षमता
- अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ शारीरिक शक्ति की भावना
अनाहत चक्र महत्व: अनाहत चक्र का महत्व यह है कि यह हमें प्रेम और सहानुभूति की भावना प्रदान करता है। इस चक्र का सक्रिय होना हमें अपने संबंधों में स्थिरता और उदारता की भावना देता है और हमें अपने भावनात्मक जीवन को समर्थन करने की क्षमता प्रदान करता है।